पटना। राष्ट्रीय जनता दल के प्रवक्ता सह विधायक डॉ रामानुज प्रसाद ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तो दिल्ली गए थे मोदी जी के मंत्रिमंडल विस्तार पर चर्चा करने हेतु परंतु जब बात बनी नहीं तो वे आंखों का इलाज का बहाना बना दिए और उस सरकारी यात्रा को निजी यात्रा बताकर इतिश्री करना चाह रहे हैं। अपनी नाकामियों को छुपाना चाह रहे हैं। इनकी यात्रा पूर्व नियोजित कार्यक्रमों का एक हिस्सा था। नीतीश कुमार आरएसएस द्वारा दिए गए चश्मे का नंबर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से चेक करवाने गए थे परंतु मोदी जी ने चश्मा को ही रिजेक्ट कर दिया जिससे कि नीतीश कुमार के चेहरे पर शिकन आ गई है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह पाने के लिए बिना नीतीश कुमार के सहमति के ही जदयू के कुछ लोग नरेंद्र मोदी से मिलकर परिक्रमा करने में लगे हुए हैं उससे उस समय जब नीतीश कुमार ने जिन वजहों से केंद्रीय मंत्रिमंडल में जदयू को शामिल नहीं होने का फैसला लिया था वह वजह आज भी उसी प्रकार से है तो फिर क्यों मंत्रिमंडल में शामिल होने के लिए जदयू के लोग लार टपका रहे हैं। नीतीश कुमार बिहार के विकास के लिए परियोजनाओं के कार्यान्वयन हेतु दिल्ली में प्रधानमंत्री से मिलते और बिहार के विकास के लिए ज्यादा से ज्यादा निधि जुटाते जिससे बिहार का विकास हो तथा बिहार के लोगों को भला हो।
पटना से श्वेता की रिपोर्ट